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हिंदी दिवस प्रतियोगिता



मन के अतिसुन्दर उपवन में
साहित्य के तत्वावधान में
मैंने देखा था हिंदी को
कविता के परिधान में।

कविता की सुंदर साड़ी में
पहने व्याकरण के गहने
और साथ मे आयी थी उसके
मात्रा अलंकार सी बहनें।

वो सबसे विदुषी थी परंतु
सबसे कोने में बैठी थी
गोदी में लिये कुछ कवि बालक
सहती अपनी अनदेखी थी।

मुझसे बोली मेरे बच्चे
जब विश्व पटल पर आएंगे
सम्पूर्ण जगत में अपनी
माता का सम्मान कराएंगे।

मैं बोला छू उसके चरण
माँ हम पूरी शक्ति लगा देंगे
एक दिन इस पूरी धरती पर
तेरा परचम लहरा देंगे।

हिंदी दिवस प्रतियोगिता हेतु



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8 Comments

Wahhh अद्भुत अद्भुत अद्भुत अद्भुत अद्भुत

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Anshumandwivedi426

05-Sep-2022 04:34 PM

मणिभाई आपनेतारीफ की मैं धन्य हुआ

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Seema Priyadarshini sahay

03-Sep-2022 02:09 PM

अतिसुन्दर👌👌

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Anshumandwivedi426

03-Sep-2022 03:53 PM

सादर धन्यवाद

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Raziya bano

03-Sep-2022 11:12 AM

Shaandar, shaandar, shaandar

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Anshumandwivedi426

03-Sep-2022 03:54 PM

कोटि कोटि धन्यवाद

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